ये 31 उपाय आपके शनि दोष के कष्ट समाप्त कर देंगे
साढ़ेसाती यदि किसी जातक पर चल रही है तो उसके लिए ये बहुत कष्टकारी हो सकती है। उसे शीघ्र ही श्री शनिदेव जी को शांत करने के उपाय करने चाहिए। हम यहाँ कुण्डली में पर विचार नहीं कर रहे अपितु सीधा आपको शनि दोष के उपाय बता रहे हैं।
इस लेख में एक महाउपाय भी दिया गया है,
उस उपाय को अवश्य करें।
श्री हनुमान जी की पूजा
- हर रोज़ दिन में 2 बार हनुमान चालीसा का पाठ करें।
- हर मंगलवार एवं शनिवार सुन्दरकाण्ड का पाठ अवश्य करें। संभव हो तो नित्य ‘श्री हनुमान चालीसा’, ‘सुंदरकाण्ड’ एवं हनुमान जी की आरती करें। इससे आप पर साढ़ेसाती, ढैया या महादोष का बुरा प्रभाव कम हो जायेगा। ये शनि दोष के उपाय आप पर हनुमान जी की कृपा बना देंगे। शनि दोष की पीड़ा और प्रभाव कम हो जायेगा।
- शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए शनिवार तथा मंगलवार को महावीर हनुमानजी की आराधना करें। आराधना के समय इस मंत्र का जाप करें, “ऊँ हनुमते नमः”
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श्री शनिदेव की पूजा
- श्री शनिदेव मंदिर में जाकर श्री शनिदेव की पूजा अर्चना करें। आप मंदिर प्रातः या शाम को भी जा सकते हैं किन्तु प्रातः काल इसके लिए अति शुभ समय रहेगा।
- पहले श्री शनि देव जी के समक्ष सरसों के तेल का दीया जलाएं।
- श्री शनि चालीसा का पाठ करें।
- श्री शनिदेव जी की आरती करें।
- सरसों के तेल में काले तिल, साबुत उड़द, तथा लौह धातु डाल कर श्री शनि देव पर चढ़ाएं।
- श्री शनिदेव जी से अपने पापों के लिए क्षमा मांगें। ये क्षमा इस प्रकार मांग सकते हैं,
“हे श्री शनिदेव जी अब तक मुझसे जाने-अनजाने में जितने भी पाप कर्म हुए हैं उनके लिए मुझे क्षमा करें। तथा मुझे इतनी सद्बुद्धि दें कि अब से मैं और पाप कर्म ना करूँ।”
- शनि मंत्र का जाप करें, “ऊँ शं शनैश्चराय नम: मंत्र का जप करें”
- इसके पश्चात प्रसाद ग्रहण करें। ये मंदिर में जाकर किये जाने वाले शनि दोष के उपाय हैं।
पीपल पूजा
- प्रत्येक शनिवार प्रात: काल पीपल के पेड़ पर जलदान करें। जल चढ़ाने से भी शनि दोष की पीड़ा से शांति मिलती है।
- जब भी श्री शनिदेव जी के मंदिर में जायें, पीपल के नीचे एक सरसों का दीया अवश्य जलाएं।
- पीपल के पेड़ की 7 परिक्रमा करें। ये पीपल पूजा करके किये जाने वाले शनि दोष के उपाय हैं।
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ये करें धारण
यदि आप शनि दोष के उपाय करना चाहते हैं तो रत्न पहनना भी एक अच्छा उपाय है।
- मान्यता ये है कि श्री शनिदेव जी साढ़ेसाती के दौरान काले घोड़े की नाल की अंगूठी पहनें।
- नाव के कील की अंगूठी भी जातक के लिए लाभप्रद होती है।
- शनि दोष के उपाय करने के लिए सस्ते और महंगे दोनों तरह के उपाय विद्यमान हैं। शनि दोष में नीलम रत्न पहनना अति शुभ फल देता है। इसे आप केवल किसी विद्वान पण्डित से पूछ कर ही पहनें। नीलम केवल तुला, वृषभ, मकर या कुंभ राशि के जातकों को ही धारण करना उचित है।
- शनि दोष के उपाय के विषय में ये बात तो अधिकतर लोग पहले से जानते होंगे। शनिवार को काले कपडे पहनने चाहिए या फिर कोई भी एक काला कपड़ा पहनना चाहिए।
व्रत
- आप अपने पण्डित से पूछ कर शनिवार का व्रत भी रख सकते हैं। इस व्रत में अन्य व्रतों की भांति अन्न त्याग तथा व्रत के दूसरे नियमों का भी पालन करना होगा।
- विधि सामान्य है। इसमें साधारण शनि पूजा के साथ साथ शनिदेव जी की व्रत कथा भी पढ़नी होती है।
दान
- शनिवार को दान देने से भी श्री शनिदेव जी साढ़ेसाती के दौरान होने वाली पीड़ा से शांति मिलती है। शनिवार को काला कपड़ा, काले उड़द, काले तिल, काले चने, काला कम्बल, तथा काला छाता दान में दें। दान में लोहा या लोहे से बनी कोई चीज़, सरसों का तेल, या चमड़े के जूते भी दे सकते हैं।
- इस बात का ध्यान अवश्य रखें कि शनिवार के दिन आपको सरसों के तेल का प्रयोग नहीं करना है। इस दिन आप न तो सरसों के तेल का प्रयोग खाने में करें और न ही सरसों का तेल लगायें।
- श्री शनिदेव जी के मंदिर के बाहर अपने पुराने जूते या पुराने कपड़े छोड़ आयें। ये सामान आप वहाँ बैठे किसी ज़रूरतमंद को भी दे सकते हैं।
- काले कुत्ते को सरसों के तेल में चुपड़ी रोटी खिलाएं।
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दोष शांति यंत्र
श्री शनिदेव जी शांति के लिए श्री शनिदेव जी दोष शांति यंत्र का प्रयोग भी किया जा सकता है। इस शनि दोष को एक निश्चित समय एवं विधि से धारण किया जाता है, इस बात का ध्यान रखें।
ऐसा लगायें तिलक
अपने माथे पर हर रोज़ दूध या दही का तिलक अवश्य लगायें।
ताम्बे के सांप
तांबे के बने हुए चार साँप शनिवार के दिन नदी में प्रवाहित करे। ऐसा आप 5 या 11 शनिवार तक करें।
ऐसा कदापि न करें
- मांसाहार व मदिरापान का पूरी तरह से त्याग करें। शनिवार को इनका सेवन आपको अधिक हानि पहुंचाएगा।
- पति पत्नी संयम पूर्वक रहें।
- प्रयास करें कि झूठ न बोलें।
श्री शनिदेव जी देव का गायत्री मंत्र
प्रयास करें कि रोजाना इस मंत्र की 1 माला करें “ऊँ भगभवाय विद्महैं मृत्युरुपाय धीमहि तन्नो शनिः प्रचोद्यात्।।”
कार्यों में बाधाएं आपने पर
यदि आपके कार्यों में अत्यधिक बाधाएं आ रही हैं तो शनि दोष के उपाय शीघ्र करें। विवाह या अन्य कार्यों में बाधाएं आ रही हों तो प्रतिदिन 21 बार श्री शनिदेव चालीसा का पाठ करें। ये पाठ आपको लगातार 21 दिनों तक करना होगा। श्री शनिदेव जी की कृपा से आपके सभी कष्ट दूर होंगे।
पति पत्नी में कलह रहने पर
यदि पति-पत्नी में कलह रहती है तो श्री शनिदेव चालीसा का प्रतिदिन 11 बार पाठ करें। ऐसा कम से कम 21 दिन तक करें। आपके परिवार में श्री शनिदेव जी की कृपा से सुख शांति आएगी।
चीनी मिला दूध बरगद की जड़ में डालें। ये भी एक अच्छा उपाय है।
इस महाउपाय से पहले दिन से ही दिखेगा चमत्कार
श्री शनिदेव जी की महादशा, साढ़ेसाती या ढैया के कारण आपको प्रत्येक कार्य के लिए बहुत अधिक परिश्रम करना पड़ेगा। इसके लिए इस उपाय को अवश्य करें तथा अपने जीवन का हिस्सा बना लें।
- सूर्योदय से पहले उठें।
- नित्य पूजा पाठ अवश्य करें।
- प्रत्येक शनिवार को सूर्योदय से ठीक पहले पीपल के नीचे एवं शनि-मंदिर में सरसों के तेल का दिया जलाएं।
ये शनि दोष के उपाय करने पर पहले ही दिन से आप अपनी परेशानियां भूलने लगेंगे